भोपाल | मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने पुलिस बल को प्रौद्योगिकी उपकरणों से परिचित होने की सलाह दी है।
उन्होंने कहा कि भविष्य की पुलिस फोर्स हथियारों के बजाय प्रौद्योगिकी उपकरण से सुसज्जित होगी, इसलिए अभी से पुलिस को नई-नई प्रौद्योगिकी से परिचित होना होगा और उन्हें अपनाना सीखना होगा।
राजधानी के मिंटो हाल में आईपीएस ऑफिसर्स कॉन्क्लेव 2020 के उद्घाटन कार्यक्रम में बुधवार को मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा, "आर्थिक विकास बढ़ने के साथ ही भिन्न-भिन्न आर्थिक अपराध भी सामने आ रहे हैं। पुलिस को आर्थिक अपराधों की प्रवृत्ति और प्रकृति से परिचित होना जरूरी है। साथ ही गुणवत्तापूर्ण परिणाम के लिए शासन-प्रशासन के सभी अंगों में समरसता जरूरी है।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "भारत एक विशिष्ट देश है। मध्यप्रदेश स्वयं में विशिष्ट प्रदेश है, यह विविधताओं से भरा-पूरा है। विविधताओं और भिन्नताओं के बावजूद एक बने रहना इसकी सबसे बड़ी ताकत है। मध्यप्रदेश न सिर्फ सबसे बड़ा वन प्रदेश है, बल्कि सबसे बड़ी जनजातीय संख्या वाला प्रदेश भी है। इसलिए सामाजिक-आर्थिक विषमताओं और विभिन्नताओं को देखते हुए मध्यप्रदेश में पुलिस के सामने भी कई चुनौतियां हैं। दुनिया तेजी से बदल रही है। तकनीकी और प्रौद्योगिकी के कारण सामाजिक व्यवहार और नजरिये में भी बदलाव आ रहा है। इस बदलाव को पुलिस बल को पहचानना होगा।"
मुख्यमंत्री ने समाज में पुलिस की भूमिका का जिक्र करते हुए कहा, "पुलिस प्रशासन का चेहरा होती है। पुलिस समाज को संदेश देने का काम करती है। देश और प्रदेश के लिए अच्छी बात यह है कि यहां अपनी धरती पर जन्मा और पनपा आतंकवाद नहीं है। भारतीय समाज की इसमें बड़ी भूमिका है, क्योंकि सहिष्णुता के कारण भारतीय समाज में सबको को साथ लेकर चलने की अदभुत क्षमता है।"
उन्होंने कहा, "पुलिस प्रशासन को इन बदलावों को समझने और इनके अनुसार रणनीति बनाने की जरूरत है।"
पुलिस महानिदेशक वी़ क़े सिंह ने कहा, "बदलते हुए वैश्विक परिदृश्य और सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने में आ रहे परिवर्तनों को देखते हुए पुलिस की चुनौतीपूर्ण भूमिका को समझने और पूरी दक्षता के साथ इसे स्वीकारने तथा निभाने के तौर-तरीकों पर विचार करने की जरूरत है।"
उन्होंने कहा, "पुलिस बल के लिए आवास सुविधाओं के विस्तार और साप्ताहिक अवकाश जैसे निर्णय लेने के लिये मुख्यमंत्री का आभार जताया।"
(RTI NEWS)