राहुल ने एक समाचार रपट को संलग्न करते हुए ट्वीट किया, "वह लगातार सो रहे हैं और भारत इसकी कीमत चुका रहा है।"
समाचार रपट में दावा किया गया है कि चीनी कई महीनों से अपने कदम की तैयारी कर रहे थे।
भारतीय सेना और चीन की पीएलए के बीच 15 जून को हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। राहुल गांधी ने यह बयान पेंगांग झील और देपसांग क्षेत्र में एलएसी के पास सेना पीछे हटाने के मुद्दे पर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच दूसरे चरण की वार्ता की रपटों के सामने आने के बाद दिया है।
सरकार ने गुरुवार को चीन के साथ दूसरे दौर की वार्ता की घोषणा की थी।
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था, "दोनों देशों के बीच टैंकों, आयुधों और अतिरिक्त सेना को अग्रिम स्थलों से पीछे हटाने को लेकर वार्ता होगी। भारत-चीन सीमा मामले को लेकर परामर्श व समन्वय के लिए कार्यकारी तंत्र बनाने के लिए जल्द ही वार्ता होगी।"
--आईएएनएस