बीजिंग, 24 अगस्त | सिनच्यांड वेवुर स्वायत्त प्रदेश की सरकार के आमंत्रण पर चीन स्थित लाओस, कंबोडिया, फिलीपींस, नेपाल, श्रीलंका, बहरीन, नाइजीरिया आदि 7 देशों के राजदूतों और दूतावास के प्रतिनिधियों ने 19 से 21 अगस्त तक सिनच्यांड की यात्रा की। उन्होंने ऊरुमूछी और तुरुफान शहरों में स्थानीय आर्थिक और सामाजिक विकास में प्राप्त उपलब्धियों का निरीक्षण किया। उन्होंने आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने, जन जीवन को सुधारने, नागरिकों को धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता की गारंटी करने, कानून के अनुसार आतंकवाद का मुकाबला करने और उसे रोकने के लिए किए गए कार्यों पर चीन सरकार का सकारात्मक मूल्यांकन किया। चीन स्थित नाइजीरिया के राजदूत अहमद जिद्द ने कहा कि "कई वर्षों तक नाइजीरिया आतंकवाद का गहरा शिकार है। आतंकवाद और उग्रवाद मानव सभ्यता के सार्वजनिक दुश्मन हैं। आतंकवाद के खतरे से निपटने और उसे खत्म करने के लिए विभिन्न देशों को एक साथ काम करना चाहिए। आतंकवाद के खिलाफ चीन सरकार के निवारक उपाय के बेहतर परिणाम प्राप्त हुए हैं। इधर के 3 वर्षों में हिंसक और आतंकी मामला नहीं हुआ। नाइजीरिया के लिए यह बहुत उपयोगी है। आशा है कि भविष्य में दोनों देश आतंकवाद रोधी क्षेत्र में आदान-प्रदान और सहयोग करेंगे और एक-दूसरे का समर्थन भी करेंगे।"
चीन स्थित श्रीलंका के राजदूत करुनासेना कोडितुवक्कु ने कहा कि "शिक्षा और प्रशिक्षण केंद्र ने एक मंच प्रदान किया। उग्रवाद को खत्म करने के लिए शिक्षा और प्रशिक्षण का उपयोग किया जाता है, यह प्रशिक्षुओं और समाज की स्थिरता और विकास के लिए लाभदायक है। कई देशों को यह आतंकवाद रोधी उदाहरण सीखना चाहिए।"
चीन स्थित कंबोडिया दूतावास के पहले सचिव एन वाई केओपनहा ने कहा कि "सिनच्यांड में विभिन्न जातियों के लोगों के धर्म की स्वतंत्रता का पूरी तरह से सम्मान किया जाता है, वैध धार्मिक जरूरतों को लगातार पूरा किया जा रहा है, और सरकार सामान्य धार्मिक गतिविधियों के लिए सहायता और सुविधा प्रदान करती है।"
(साभार-चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)