न्यूज़ डेस्क : भारत और दुनिया में कोरोना का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है ,
ऐसे मे सारी दुनिया की नजर विश्व के अग्रणी देशों के तरफ़ टकटकी लगाये देख रही है ,
कोरोना वैक्सीन के उत्पादन के रेस में भारत साहित अन्य देश रूस,अमेरिका और चीन है .
रूस की वैक्सीन को लेकर भले ही दुनियाभर में सवाल उठ रहे हों, रूस का मानना है कि उसकी वैक्सीन कारगर और प्रभावी है। हालिया रिपोर्ट बताती है कि उसने वैक्सीन का पहली खेप तैयार भी कर ली है। न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, रूस इस महीने के अंत तक बड़े पैमाने पर वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर देगा और सितंबर तक यह आम लोगों को मिलनी शुरू भी हो जाएगी, जभी रूस ने पहले कि सितंबर में वैक्सीन का उत्पादन शुरू होगा और अक्तूबर में पूरे देश में टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा
दूसरी तरफ चीन भी कोरोना की वैक्सीन बनाने का दावा कर रही है इस वैक्सीन को चीन की सेना की मेजर जनरल चेन वेई और CanSino Biologics Inc कंपनी के सहयोग से बनाया गया है। चीनी के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस वैक्सीन को पेटेंट मिल गया है। चीन इस वैक्सीन के तीसरे चरण का दुनिया के कई देशों में ट्रायल कर रहा है और इस साल के आखिर तक इसके बाजार में आने की उम्मीद है।
अमेरिका के स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स अजार ने कहा है कि कोविड-19 का पहला टीका बनाने की जगह कोरोना वायरस के खिलाफ एक प्रभावी और सुरक्षित टीका बनाना ज्यादा महत्वपूर्ण है.